आलेख : पीयूष कुमार

छत्तीसगढ़ी सदाबहार गीतों की समीक्षा और गीत का कार्यक्रम,

जो मन में भर दे सुगंध, गीत में गुंथे शब्दों की।

ताल, लय, स्वर में सजे कथ्य की और अभिव्यक्त करे उस भाव को,

जिसने इन गीतों को अजर-अमर बना दिया।