राजा विक्रम और एक बेताल की कहानियों की शृंखला है बेताल पच्चीसी।
बेताल पच्चीसी इसे इसलिये कहते हैं कि बेताल ने एक ही रात में 24 कहानियाँ सुनाई तथा अंतिम कहानी उस धूर्त योगी की हैं जिसके कारण पूरे 25 कहानियों का संग्रह बैताल पचीसी (बेताल पच्चीसी) कहलाता हैं। इसका संकलन आदरणीय सोमदेव जी ने किया।